Friday 2 October 2015

मोहम्मद की भविष्यवाणी

FUTURE OF ISLAM--

मजहब ए इस्लाम को लेकर सल्‍लल्‍लाहो अलैहि वसल्‍लम मोहम्मद साहब (PBUH) की कई भवष्यवाणी हदीस में दर्ज हैं, जिनमे ज्यादातर सच हो चुकी और बाँकी आने वाली भविष्य में सच होती प्रतीत हो रही ।
1) अबू दाऊद-जिल्द 3 किताब 40 हदीस 4579 :-
"अबू हुरैरा ने कहा कि,रसूल ने कहा था कि यहूदी और ईसाई तो 72 फिरकों में बँट जायेंगे ,लेकिन मेरी उम्मत 73 फिरकों में बँट जाएगी ,और सब आपस में युद्ध करेंगे " !
2) अबू दाऊद -जिल्द 3 किताब 40 हदीस 4744 :-
"अबू हुरैरा ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि ,ईमान के 72 से अधिक टुकडे हो जायेंगे ,और मुसलमानों में ऐसी फूट पड़ जाएगी कि वे एक दुसरे कीहत्याएं करेंगे ." !
3) अबू दाऊद -जिल्द 3 किताब 40 हदीस 4153 :-
रसूल से सुना है ,कि इस्लाम में इतना बिगाड़ हो जायेगा कि ,मुसलमान एक दुसरे के दुश्मन बन जायेंगे ,और तलवार लेकर एक दुसरे को क़त्ल करेंगे " !
4 ) बुखारी -जिल्द 3 किताब 30 हदीस 100 :-
"अबू हुरैरा ने कहा की ,रसूल ने कहा कि,निश्चय ही एक दिन इस्लाम सारे विश्व से निकल कर कर मदीना में में सिमट जायेगा .जैसे एक सांप घूमफिर कर वापिस अपने बिल में घुस जाता है ' !
5) बुखारी -जिल्द 9 किताब 84 हदीस 65 :-
"अब्दुल्ला बिन अम्र बिन यासर ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि ,जल्द ही एक ऐसा समत आयेगा कि जब लोग कुरान तो पढेंगे ,लेकिन कुरान उनके गले से आगे कंधे से निचे नहीं उतरेगी.और इस्लाम का कहीं कोई निशान नहीं दिखाई देगा " !
6) सही मुस्लिम -किताब 1 हदीस 270 :-
"अबू हुरैरा ने कहा कि ,रसूल ने कहा है कि ,इस्लाम सिर्फ दो मस्जिदों (मक्का और मदीना )के बीच इस तरह से रेंगता रहेगा जैसे कोई सांप इधर उधर दो बिलों के बीच में रेंगता है " !
7) सही मुस्लिम -किताब 1 हदीस 271 और 272 :-
"इब्ने उमर ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि ऐसा निकट भविष्य में होना निश्चय है ,कि इस्लाम और ईमान दुनिया से निकलकर वापस मदीने में इस तरह से घुस जायेगा ,जैसे कोई विषैला सांप मुड़कर अपने ही बिल में घुस जाता है " !
8) बुखारी शरीफ़ जिल्‍द दौम और मिश्‍कात शरीफ़ सफ़ा 582 :-
 नबी करीम सल्‍लल्‍लाहो अलैहि वसल्‍लम ने तीसरी दफ़ा इरशाद फ़रमाया अरब के नज्द में ज़लज़ले और फि़त्‍ने होंगे और वहां से ही शैतान का सींग तुलू (जन्म) होगा जो इस्लाम को निगल    जायेगा ।

भविष्यवाणियों की हकीकत :- 

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आज इस्लाम उम्मत के 73 फिरके हो चुके हैं, और दुनिया के हर हिस्से में ये फिरके आपस में खून-खराबा कर रहे हैं ।
दूसरी की ढहशतगर्द वहाबीयत जिसे हिंदुस्तान में देवबन्दी कहते हैं, का जन्म सऊदी अरब में नज्द नामक शहर में ही हुआ है। नज्द के बानू तमीम जनजाति के अब्दुल वहाब नज्दी ने ही वहाबीयत पंथ की बुनियादी डाली थी ।
सल्‍लल्‍लाहो अलैहि वसल्‍लम की अगली भविष्यवाणी की इस्लाम मक्का और मदीने में सिमट कर रह जायेगा भी सच होती प्रतीत हो रही हैं।

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दुनिया में जितने भी मजहब हुए हैं, उनके सभी नबी ने अपने उम्मत के आगे बढ़ने और फैलने की कामना की लेकिन सल्‍लल्‍लाहो अलैहि वसल्‍लम मोहम्मद साहब (PBUH) ने इस्लाम के टुकड़े हो जाने और सिमटने की भविष्यवाणी पहले ही कर दिया था।



Admin- Manish Kumar (ARYA)

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