हम शकाहारी इस लिये है चुँकी--
- १- हमारी आंत शकाहारी जीव गाय आदी की तरह लम्बी है ,
- २- हमारे अमाश्य मंसाहारी पशुो कि तरह गोल नही होता ।
- ३- हमारी दांते आहार को पीसने वाली होती है बिलकुल शकाहारी पशुओं कि तरह।
(और आगे के दाँत पर कुतर्क आता हैं की ये नोखिले इसीलिये हैं की माँस का सेवन कर सके?
Arre Bhai mere: - ये दोनो दाँत के बिना "गन्ना , सेव , केला etc खाँ सकते हो आराम से?
सिर्फ़ माँस खाने मे ही उपयोग करें इन नोखिले दाँतों का? )
- ४- हम बंदर कि तरह पक्के फल खा सकते हैं और स्वस्थ्य व जीवत रह सकते हैं । क्या मनुष्य का बच्चा केवल मांस खा कर जीवीत और स्वस्थ्य रह सकता है ?
- ५- शकाहारीयों के लार क्षारीय और मांसाहारीयों के लार अम्लीय होते हैं ।
- ६- शाकाहारीयों कि पाचन क्रिया मुख से ही शुरू हो जाती है और मांसाहारीयों के अमाशाय से ।
- ७- मांसाहारीयों कि आँखें चमकीली व गोल होती है वे रात को भी देख सकते हैं शाकाहारीयों कि आँखें ऐसी नही होती ।
- ८- शाकाहारी प्रायः होठ लगाकर पानी पीते हैं और मांसाहारी चीभ लपलपा कर ।
- ९- फुल, पत्ती व गुलदस्तों से ही घर सजाकर मानव चित्त प्रसन्न होते है और घोर से घोर मांसाहारी मनुष्य अपने घर में को लाश , मांस से नही सजायेगा ।
- १०- मांसाहारी जीव को देखकर प्रायः उसके भक्ष्य जीव भागते हैं मगर मनुष्य को सहज स्थिति में देखकर बकड़ी भी नही भय खाती ।
#शाकाहारी_जीवन_अपनाये_रोगों_से_मुक्ति_पाये
Admin-Manish Kumar (ARYA)
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