Wednesday 30 December 2015

Answering Zakir Niak Lying Video PART-2




https://www.youtube.com/zakir naik vs athiest

zakir naik:- (VIDEO DURATION 1:37-1:53 देखे)
Just a little quote from the Quran, the holy book of the Muslims.

ZAKIR NAIK SAYS;-

“…if any one killed a person, it would be as if he killed the whole of mankind; and if any one saved a life, it would be as if he saved the life of the whole of mankind…”
- The Holy Quran (Chapter Five, Verse 32) ???

ZAKIR NAIK कह रहा है इस VIDEO में की कोई भी मुस्लिम किसी INOCENT PEOPLE चाहे वो मुस्लिम हो या NON-मुस्लिम , अगर मार देता है , तो समझो उसने पूरे मानवता को मार दिया , और अगर बचा लेता है ,
तो समझो पूरे मानवता को बचा लिया । 

समीक्षा:-
मित्रो ज़ाकिर नाइक का ये बात क़ुरान से सुनकर मुझे भी ऐसा लगा की मुझे इस्लाम कबूल लेना चाहिए ।और आतंकवाद का सच में कोई महजब नहीं होता ।

पर ये भी सत्य है की क़ुरान में आदेश है की तुम झूठ और फरेब करके लोगो को बहला सकते हो, अगर इस्लाम के हित में बात हो तो ???

अब मैं DETAIL में EXPLANATION दे रहा हूँ :----

ज़ाकिर भाई ने जो भी कहा वो क़ुरान में आपको कही नहीं मिलेगी ।

देखिये original full version क़ुरान 5:32 .......

Here is 5:32 in its context, with all words included (emphasis mine):
On that account: We ordained for the Children of Israel that if any one slew a person -unless it be for murder or for spreading mischief in the land - it would be as if he slew the whole people: and if any one saved a life, it would be as if he saved the life of the whole people. Then although there came to them Our apostles with clear signs, yet, even after that, many of them continued to commit excesses in the land.
अल-माइदा (Al-Ma'idah):32 - इसी कारण हमने इसराईल का सन्तान के लिए लिख दिया था कि जिसने किसी व्यक्ति को किसी के ख़ून का बदला लेने या धरती में फ़साद फैलाने के अतिरिक्त किसी और कारण से मार डाला तो मानो उसने सारे ही इनसानों की हत्या कर डाली। और जिसने उसे जीवन प्रदान किया, उसने मानो सारे इनसानों को जीवन दान किया। उसने पास हमारे रसूल स्पष्टि प्रमाण ला चुके हैं, फिर भी उनमें बहुत-से लोग धरती में ज़्यादतियाँ करनेवाले ही हैं ।

मित्रो GREEN LINE पे ध्यान दे :-
ज़ाकिर नाइक ने अपने वीडियो में ये 
GREEN LINE वाला पॉइंट नहीं बोला ।

ये क़ुरान 5:32  और इसका अगला अायत 5:33 ही " ISIS " को जन्म दिया है ।
इसी आयत से आतंकवाद फैला है , जबकि ज़ाकिर नाइक इसी आयत से HUMANITY का EXAMPLE दे रहा है ?

समीक्षा अब करते है , ध्यान से पढ़े ----
Salient points:

1. ये आयत इज़रयल के बच्चो को कहाँ जा रहा है , मतलब "JEWS" को ... ये आयत सभी लोगो के लिए नहीं है.. 
और ये आयत अल्लाह मोहम्मद या उसके साथी या मुस्लिम के लिए नहीं है । अल्लाह तो सिर्फ इज़रयल के संतानो को बोल रहा है । लेकिन मुस्लिम SCHOLAR कहता है की क़ुरान की हर एक शिक्षा मुस्लिमो के लिए है , इसीलिए मैं मोलवी के बातो को मान लेता हूँ । 

2. हम मान लेते है , की अल्लाह इज़रयल के संतानो के अलावा मोहम्मद के लोगो को भी सन्देश दे रहा है , जैसा ज़ाकिर नाइक का कहना है की ये आयत में मोहमद के लोगो को अल्लाह बोल रहा है ?? 

लेकिन ये आयत शिक्षा क्या दे रहा है , ये शिक्षा दे रहा है की ---
"
 जिसने किसी व्यक्ति को किसी के ख़ून का बदला लेने या धरती में फ़साद फैलाने के अतिरिक्त किसी और कारण से मार डाला "
अल्लाह यहाँ पे हत्या करने की दो वजह दे रहा है :-
(1). 
किसी व्यक्ति को किसी के ख़ून का बदला लेने के लिए मार सकते हो??
(2). 
धरती में फ़साद फैलाने के लिए मार सकते हो ??

जी अब आप सोच रहे होंगे की ये फसाद फ़ैलाने के लिए  बोल रहा ??
जी फसाद को हिंदी में आतंकवाद कहते है ,english में terrorism कहते है , सीधी बातों में "इस्लाम को तलवार की धार पे फैलाना" कहते है । 

और isis यही 2nd point follow कर रहा है , तलवार की धार पे इस्लाम फैला रहा है ,terrorism फैला रहा है |
क़ुरान के हिसाब से आतंकवाद फैलाना सिर्फ इस्लाम को बढ़ने के लिए तो वही "HUMANITY" है | 


चलिए अब अगला ही आयात देख लेते है :-
the Qur'an further expounds this point in the very next verse. 5:33 says,
The punishment of those who wage war against God and His Apostle, and strive with might and main for mischief through the land is: execution, or crucifixion, or the cutting off of hands and feet from opposite sides, or exile from the land: that is their disgrace in this world, and a heavy punishment is theirs in the Hereafter.

अल-माइदा (Al-Ma'idah):33 - जो लोग अल्लाह और उसके रसूल से लड़ते है और धरती के लिए बिगाड़ पैदा करने के लिए दौड़-धूप करते हैउनका बदला तो बस यही है कि बुरी तरह से क़त्ल किए जाए या सूली पर चढ़ाए जाएँ या उनके हाथ-पाँव विपरीत दिशाओं में काट डाले जाएँ या उन्हें देश से निष्कासित कर दिया जाए। यह अपमान और तिरस्कार उनके लिए दुनिया में है और आख़िरत में उनके लिए बड़ी यातना है । 

समीक्षा फिर से ,
क़ुरान 5:32 में अल्लाह अपने आदमियो को कह रहा है की तुम "इस्लाम फ़ैलाने के लिए जिहाद करो,धरती पर अल्लाह के लिए बिगाड़ पैदा करो ....... लेकिन इस्लाम के दुश्मन भी अगर तुमरे खिलाफ "धरती पर बिगाड़ पैदा करने का कोशिश करे" तो उसका बुरी तरह से कतल कर दो । जो भी अल्लाह और उसके रसूल से लड़ता है ?

यहाँ रसूल तो समझ में आया पर अल्लाह से कोई कैसे लड़ सकता , अल्लाह भी लूट मार में कही शामिल रहता है क्या ???

क़ुरान में कई आयात है , जिसमे अल्लाह के दुश्मनो के बारे में बताया गया है , अल्लाह से वही लड़ रहा है , जिसने अभी तक इस्लाम कबूल नहीं किया , जो कलमा नहीं पढता , जो मोहम्मद को रसूल नहीं मानता।
जो जिब्राइल और फरिस्ता पर विस्वास नहीं करता ??

एक EXAMPLE देता हूँ , वैसे EXAMPLE तो सैकड़ो है .... 

पहले अरबी wikipedia में से confirm हो जाए ।
क़ुरान 5:32 











तो बताये वो लोग कौन INOCENT  हुए , जिसका कतल करने के लिए अल्लाह कहता है ???
आप में से अगर कोई कलमा पढता हो , तो वो SAFE है।



तो मित्रो आपने देखा ज़ाकिर नाइक का फ्रॉड ........ 
क़ुरान को इस तरह से DOUBLE MEANING में लिखा गया है की किसी भी अनजान काफिर को इस्लाम में CONVERT किया जा सकता है , अगर नहीं हुआ तो यही आयत को सीधा पढ़ के उसका कतल किया जा सकता है । 
इस पूरे वीडियो में एक ATHIEST ज़ाकिर नाइक को बोल रहा है की दुनिया में TERRORISM इस्लाम ही सिखलाता है , ज़ाकिर नाइक क़ुरान 5:32 को MISQYOTE करके इस्लाम को छुपा लिया । 


तो मित्रो ये था , ज़ाकिर नाइक EXPOSE PART -2 VIDEO TUTORIAL .......
अगर किसी को और भी वीडियो EXPOSE करवाना हो तो वीडियो लिंक निचे कमेंट बॉक्स में दे ।

धन्यवाद

ADMIN- MANISH KUMAR (ARYA)

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